Milk Mathri बनाने के लिए किसी बर्तन में मैदा छान कर निकाल लीजिये. मैदा में चीनी, घी, तिल और नमक और कद्दूकस किया हुआ जायफल डाल कर सभी चीजों को अच्छे से मिक्स कर दीजिए और दूध की सहायता से हल्का सख्त आटा गूथ लीजिये. इतना आटा लगाने में आधा कप दूध का उपयोग हुआ है. गुथे हुये आटे को 20 मिनिट के लिये ढककर रख दीजिये. आटा सैट होकर तैयार हो जाएगा.
गुंथे आटे को हल्का सा मसल लीजिए. आटे से छोटी छोटी लोइयां तोड़ लीजिए. फिर एक लोई उठाएं उसे गोल कीजिए और हथेली की मदद से थोडा़ सा दबाकर पतला करके प्लेट में रख दीजिए. इसी तरह सारी मठरियां बनाकर तैयार कर लीजिए.
कढ़ाही में घी डाल कर गरम कीजिये. मठरी तलने के लिए एकदम हल्का गरम घी होना चाहिए. गैस भी धीमी ही रखें और घी में मठरी डाल दीजिए. मठरी के सिक कर घी के ऊपर आ जाने पर इसे पलट दीजिए और मठरियों को पलट-पलट कर अच्छी गोल्डन ब्राउन होने तक तल लीजिए. तली हुई मठरी प्लेट में निकाल कर रख लीजिये, सारी मठरियां इसी तरह तल कर तैयार कर लीजिए. इतने आटे में 40 मठरियां बनकर तैयार हो जाती हैं और 1 बार की मठरी तलने में 15 से 16 मिनिट का समय लग जाता है.
मीठी मिल्क मठरी तैयार हो गई है, आप ये मठरियां अभी खाइये और बची हुई मठरियों को पूरी तरह से ठंडा हो जाने पर एअर टाइट कन्टेनर में रख लीजिये. जब भी आपका मन हो कन्टेनर से मठरियां निकालिये और खाइये. ये मठरियां आप 2 महिने तक भी खा सकते हैं. सुझाव मठरी बनाने के लिए चीनी और घी दोनो चीजों को नाप कर ही लीजिए क्योंकि चीनी और घी में से कोई भी ज्यादा होने पर मठरी घी में तलने के लिए डालने पर बिखर जाएगी.
मठरी के आटे को बहुत ज्यादा सख्त या बहुत ज्यादा नरम नहीं गूंथना है.
मठरी तलने के लिए घी या तेल हल्का गरम होना चाहिए और गैस भी धीमी ही रखें. मठरी घी में डाल दीजिए और जब मठरी घी के ऊपर तल कर आ जाए तो गैस थोडा़ सा बढा़ दीजिए और मठरी को गोल्डन ब्राउन तल कर तैयार कर लीजिए.