मैरिज रजिस्ट्रेशन क्यों जरूरी है?
मैरिज रजिस्ट्रेशन (विवाह पंजीकरण) एक कानूनी प्रक्रिया है जिसमें पति-पत्नी के विवाह को सरकारी रिकार्ड में दर्ज किया जाता है। यह न केवल एक वैधता प्रदान करता है, बल्कि भविष्य में अनेक कानूनी और सामाजिक मामलों में सहायक भी होता है।
✅ मैरिज रजिस्ट्रेशन जरूरी क्यों है?
- कानूनी मान्यता मिलती है
विवाह रजिस्ट्रेशन से यह साबित होता है कि आप कानूनी रूप से पति-पत्नी हैं। यह दस्तावेज कोर्ट, बैंक, वीजा और सरकारी कामों में प्रमाण के रूप में मान्य होता है। - महिला के अधिकारों की सुरक्षा
रजिस्टर्ड विवाह से पत्नी को संपत्ति, गुजारा भत्ता, बच्चों की कस्टडी आदि मामलों में न्याय पाने में मदद मिलती है। - भविष्य के विवादों से बचाव
रजिस्टर्ड विवाह के कारण पति-पत्नी के बीच यदि कोई विवाद हो तो कानूनी सबूत के रूप में इसका उपयोग किया जा सकता है। - विवाह प्रमाण पत्र मिलता है
मैरिज सर्टिफिकेट एक आधिकारिक दस्तावेज होता है जो आपके विवाह की पुष्टि करता है और कई जरूरी जगहों पर काम आता है (जैसे पासपोर्ट बनवाना, बैंक खाता खोलना, लोन लेना आदि)। - अंतरराष्ट्रीय यात्रा या वीजा के लिए आवश्यक
यदि आप विदेश यात्रा या सेटलमेंट के लिए अप्लाई कर रहे हैं तो मैरिज सर्टिफिकेट जरूरी होता है। - बच्चों के अधिकार सुनिश्चित करना
रजिस्टर्ड विवाह से बच्चों की वैधता और उनके उत्तराधिकार संबंधी अधिकार सुरक्षित रहते हैं।
📋 कैसे करें विवाह रजिस्ट्रेशन?
- अपने क्षेत्र के सब रजिस्ट्रार कार्यालय (Sub-Registrar Office) में आवेदन करना होता है।
- आवेदन ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरीकों से किया जा सकता है।
- दोनों पक्षों की उम्र, पहचान और विवाह का प्रमाण देना होता है।
- सर्टिफिकेट कुछ ही दिनों में जारी कर दिया जाता है।
यह रहा स्टेप-बाय-स्टेप गाइड – विवाह रजिस्ट्रेशन (Marriage Registration) कैसे करें:
📝 विवाह रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया:
🔹 Step 1: आवेदन फॉर्म भरना (Apply Online या Offline)
आप दो तरीकों से आवेदन कर सकते हैं:
- ऑनलाइन:
राज्य सरकार की वेबसाइट (जैसे edelhi.gov.in दिल्ली के लिए) पर जाकर ऑनलाइन फॉर्म भर सकते हैं। - ऑफलाइन:
नजदीकी Sub-Registrar Office जाकर आवेदन फॉर्म भर सकते हैं।
🔹 Step 2: जरूरी दस्तावेज जमा करें
आपको निम्नलिखित दस्तावेज़ों की आवश्यकता होगी:
👉 पहचान और जन्म प्रमाण के लिए (दोनों पक्षों के):
- आधार कार्ड / पैन कार्ड / वोटर आईडी
- जन्म प्रमाण पत्र / 10वीं की मार्कशीट
👉 पता प्रमाण:
- राशन कार्ड / बिजली बिल / पासपोर्ट / बैंक स्टेटमेंट
👉 विवाह प्रमाण:
- विवाह का निमंत्रण पत्र (Invitation Card)
- विवाह की तस्वीरें (जैसे वरमाला या फेरे की फोटो)
👉 गवाहों की जानकारी:
- 2 गवाहों के पहचान पत्र (ID Proof) और पते का प्रमाण पत्र
🔹 Step 3: फीस जमा करें
राज्य के अनुसार फीस अलग हो सकती है। आमतौर पर:
- Rs. 100 से Rs. 500 तक हो सकती है।
- ऑनलाइन पेमेंट या ऑफिस में कैश से जमा कर सकते हैं।
🔹 Step 4: नियुक्ति की तारीख (Appointment Date) लें
- ऑनलाइन आवेदन करने पर एक तारीख दी जाती है।
- उस दिन दोनों पति-पत्नी और गवाहों को ऑफिस में उपस्थित होना होता है।
🔹 Step 5: सत्यापन और सर्टिफिकेट जारी
- अधिकारी दस्तावेजों और गवाहों की जांच करता है।
- सब कुछ सही होने पर Marriage Certificate उसी दिन या कुछ दिनों में दे दिया जाता है।
✅ कौन-से कानून के तहत होता है रजिस्ट्रेशन?
भारत में दो प्रमुख विवाह रजिस्ट्रेशन कानून हैं:
- हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 – हिंदू, बौद्ध, जैन और सिख समुदाय के लिए
- विशेष विवाह अधिनियम, 1954 – अंतरधार्मिक विवाह या कोर्ट मैरिज के लिए