खिचड़ी- को अक्सर लोग बीमारों का खाना समझ लेते हैं लेकिन हकीकत में यह हर आयु वर्ग और सेहतमंद लोगों के लिए भी समान रूप से फायदेमंद है .मौसमी सब्जियों और कई तरह के अनाजों के मिश्रण से तैयार किया जाने वाला यह व्यंजन स्वाद के साथ सेहत के मामले में भी लाजवाब है खिचड़ी शरीर को जरूरी पोषण देने के साथ ही यह पाचन. तंत्र को भी बेहद और स्वास्थ्य बनाती है।
खिचड़ी खाने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करने में मदद मिलती है, जिससे हृदय रोगों का खतरा कम होता है खासकर आयुर्वेदिक डाइट के रूप में अलग – अलग तरह की खिचड़ी भारतीय व्यंजन का हिस्सा है.
खिचड़ी या अपने आप में एक सुपाच्य आहार है:
खिचड़ी में कार्बोहाइड्रेट प्रोटीन एवं फाइबर भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं इसमें शरीर के लिए जरूरी विटामिंस जैसे विटामिन सी कंपलेक्स मैग्नीशियम पोटेशियम कैल्शियम और फास्फोरस पर्याप्त मात्रा में मौजूद होते हैं यह शरीर की लगभग हर जरूरत को पूरा करने के लिए काफी होते हैं. अगर देखा जाए तो खिचड़ी में अपने आप में एक संपूर्ण और सुपाच्य आहार है.
डिटॉक्स डाइट भी है खिचड़ी:
आयुर्वेद में खिचड़ी का इस्तेमाल डिटॉक्स डाइट के रूप में किया जाता है नियमित रूप से खिचड़ी का सेवन करने से शरीर से सभी विषयले तत्व बाहर आने लगते हैं यह शरीर में वात, पिक्चर वह कफ को संतुलित करने का काम करता है साथ ही खिचड़ी पाचन तंत्र में मौजूद एंजाइम्स को सक्रिय करता है जिससे इम्यूनिटी लेबल बढ़ता है और शरीर को भरपूर एनर्जी मिलती है.
डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद है खिचड़ी
खिचड़ी को तैयार करने के लिए जिन मसालों का प्रयोग किया जाता है वह भी कम फायदेमंद नहीं है इसमें इस्तेमाल होने वाली हल्दी शरीर में एंटीऑक्सीडेंट लेवल को बढ़ाने सूजन व दर्द जैसी समस्या को कम करता है खिचड़ी में दालों का इस्तेमाल होता है जो खून में गुलकोज के लेवल को कम करता है डायबिटीज के मरीजों के लिए यह एक बेहतरीन भोजन है.
वजन बढ़ाने और घटाने में है कारागार खिचड़ी
बासमती चावल या घी, उड़द दाल मसूर दाल तुवर या मूंग की दाल से बनी पोस्टिक खिचड़ी वजन बढ़ाने के लिए अच्छा विकल्प है जबकि वजन कम करने के लिए चावल की वजह दाल व जौ से बनी खिचड़ी खानी चाहिए. जो की खिचड़ी डायबिटीज और पीसीओएस की समस्या से भी काफी हद तक छुटकारा दिलाने में कारगर है.
हार्मोन को करती है संतुलन खिचड़ी
आजकल कम उम्र में ही लोगों में मोटापा और थायराइड जैसी समस्या देखने को मिलती है शरीर में हार्मोनल बैलेंस बिगड़ने के कारण चेहरे पर मुंहासे और झाइयां भी परेशान करने लगती है खिचड़ी में के नियमित सेवन से शरीर में हार्मोन की संतुलन को सुधारा जा सकता है. इन समस्याओं से निजात पाने में काफी हद तक मदद मिलती है।
दही -खिचड़ी से पाचन तंत्र होगा सही
जिन लोगों का हाजमा अक्सर खराब रहता है, उन्हें मूंग दाल की खिचड़ी जरूर खानी चाहिए. तीसरी के साथ दही के प्रयोग से पाचन तंत्र सही रहता है साथ ही इससे शरीर में बढ़े हुए पित्त को कम करने में भी मदद मिलती है. महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान अक्सर कब दिया अपाचे की स्थिति बनती है ऐसे में खिचड़ी खाना काफी फायदेमंद है इससे पेट में भारीपन या गैस से राहत मिलती है .खिचड़ी एक हल्का और सुपर भोजन है.