पकवानों को बनाए स्वादिष्ट और हेल्दी इन पकवानों से साथ ही सेहत का भी रखें ख्याल

Make dishes tasty and healthy with these dishes – घर में कई तरह के पकवान बनाए जाते हैं जरूरी नहीं है कि सभी हेल्थी हो हर बार एक ही तरह के पकवान खाने के बजाय क्यों ना कुछ ऐसे पकवान बनाए जो स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक दोनों हो.

ऑरेंज पुडिंग: इसे नारंगी खिर या ऑरेंज पुडिंग भी कहा जाता है. यह चावल और चीनी वाले खीर का स्वास्थ्य वर्धक विकल्प है यह नारंगी के कारण ही मीठा हो जाता है. इससे भी आपको एक नया टेस्ट मिलेगा इसमें चीनी मिलाने की जरूरत नहीं होती है. इस कारण इसे डायबिटीज के मरीज भी खा सकते हैं. यह एक बंगाली डिश है।

ब्राउन ब्रेड दही वाड़ा: दही बड़े एक ऐसा पकवान होता है जो अधिक खाने के बाद उसे पचाने का भी काम करता है हर बार तो आप सामान्य दही बारा खाते ही हैं इस बार उसके साथ ब्राउन ब्रेड दही वाड़ा ट्राई कर सकते हैं। इसे बनाने में ज्यादा समस्या भी नहीं है और इसे बनाने में मात्र 10 मिनट का समय लगता है. इसमें भरपूर मात्रा में मिनरल्स आयरन और कैल्शियम होता है . इमली और धनिया पत्ती की चटनी के साथ इसे कलरफुल रूप में परोसा जाता है.

लौकी का हलवा: लौकी में 98% तक पानी होता है इसका जूस पीने से पेशाब की समस्या दूर होती है इसके अलावा भी इसके कई फायदे हैं जब यह इतना फायदेमंद है तो क्यों ना इससे बनाए पकवान खाया जाए .आप लोग की का हलवा भी बना सकते हैं यह हलवा फाइबर से भरपूर होता है इसमें गुलाब की पत्तियां और मेवे मिला देने से यह बहुत ही अधिक पौष्टिक हो जाता है.

पालक और मेथी के पकोड़े: यदि बच्चे पालक और मेथी की सब्जी खाने में नाक भौं सिकोड़ना हैं तो इसे आप टेस्टी पकवान के रूप में दे सकते हैं . इसे फूड में हरी सब्जियां भी शामिल हो जाएगी . यह एक बहुत ही हेल्दी ऑप्शन है. इसे कम तेल में पकाएं और धनिया पत्ती की चटनी के साथ सर्व करें यह इसके टेस्ट को दोगुना कर देता है.

ओट इडली: ओट इडली एक हेल्थी नाश्ते हैं इसे बनाने में समय भी कम लगता है,इसमें गाजर बींस और मटर डाल देने से यह कलरफुल भी हो जाता है साथ ही हेल्दी फूड बन जाती है।

कुकिंग में सावधानी: मैदा महीन होता है और इसमें फाइबर कम होता है मैदे के व्यंजन में थोड़ा आटा जरूर मिलाएं जिससे फाइबर राइबोफ्लेविन वह थाई मीन की कुछ मात्रा आ जाए यानी तीन चौथाई महीने में एक चौथाई आटा मिलाएं चीनी के बदले गुड़ का प्रयोग करें तलने में तेल का दोबारा प्रयोग ना करें क्योंकि तेल गर्म होने पर ऑक्सीडेशन शुरू हो जाता है इससे अनसैचुरेटेड फैटी एसिड सिचुएटेड फैटी एसिड में बदल जाता है जो नुकसान दायक है बाजार की मिठाइयों से परहेज रखना भी बेहतर है.

पकवान बनाते समय थोड़ी सावधानी बरतकर पेट की कई समस्या से बच सकते हैं

दहीबड़े का लुफ्त उठाएं: दही बाड़े हर किसी के लिए स्वादिष्ट व्यंजन है हालांकि बड़े को तेल में तला जाता है, लेकिन उसे दही में डालने से पहले पानी में डाला जाता है इससे तेल निकल जाता है. दही बड़े के ऊपर काला नमक और भुना हुआ जीरा छिरकर खाने से उसके गुण बढ़ जाते हैं. हां, दही से एलर्जी हो तो बचाओ करें .

बीपी और शुगर पेशेंट रखें ध्यान: मीठा खाने में संतुलित रहे. यानी यदि आप 200 कैलोरी की दो गुजिया खा रहे हैं, तो खाने में दो रोटी कम कर दे मिठाई और फैट वाला भोजन के बजाय फल और मेवे अधिक ले मीठे शरबत या कोल्ड्रिंक्स के बजाय छाछ लस्सी या नमकीन पेय ले. जबकि हाई बीपी रोगी नमक अधिक तले पकवानों से बचे खाने-पीने में थोड़ी सावधानी और संयम बरतें आप खाने की पौष्टिक बनाए रखें