(Benefits of workout)क्यों जरूरी है वर्कआउट करना और इसके क्या-क्या फायदे हैं

वर्कआउट करना यानी नियमित रूप से शारीरिक व्यायाम करना आज की तेज़-रफ्तार और तनावपूर्ण जीवनशैली में बेहद ज़रूरी हो गया है। न केवल यह शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बल्कि मानसिक संतुलन के लिए भी लाभकारी है। आइए विस्तार से जानते हैं कि वर्कआउट करना क्यों ज़रूरी है और इसके क्या-क्या फायदे हैं:
वर्कआउट का मतलब होता है – नियमित रूप से शरीर की कसरत करना। इसमें दौड़ना, योग करना, जिम जाना, साइकलिंग, स्विमिंग, पुश-अप्स, स्क्वैट्स आदि शारीरिक गतिविधियाँ शामिल होती हैं, जिनसे पूरे शरीर की एक्सरसाइज होती है।

वर्कआउट के फायदे:

  1. शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार:
    वर्कआउट करने से मांसपेशियाँ मजबूत होती हैं, हड्डियाँ टिकाऊ बनती हैं और शरीर में ऊर्जा का स्तर बढ़ता है।
  2. वजन नियंत्रण:
    नियमित व्यायाम से शरीर में जमा अतिरिक्त वसा कम होती है, जिससे मोटापा नियंत्रित रहता है।
  3. हृदय और फेफड़ों की मजबूती:
    कार्डियो एक्सरसाइज जैसे दौड़ना, रस्सी कूदना या साइकिल चलाना दिल और फेफड़ों को मजबूत बनाता है।
  4. मानसिक तनाव में कमी:
    वर्कआउट करने से एंडॉर्फिन नामक ‘खुशी हार्मोन’ का स्त्राव होता है, जिससे मानसिक तनाव और चिंता कम होती है।
  5. नींद में सुधार:
    जो लोग नियमित व्यायाम करते हैं, उन्हें गहरी और अच्छी नींद आती है।
  6. आत्मविश्वास में वृद्धि:
    जब शरीर फिट और आकर्षक दिखता है, तो व्यक्ति का आत्मविश्वास भी बढ़ता है।
  7. बुढ़ापे को टालना:
    व्यायाम करने से उम्र बढ़ने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है और व्यक्ति लंबे समय तक युवा महसूस करता है।

वर्कआउट क्यों ज़रूरी है?

  1. बैठे-बैठे जीवनशैली (Sedentary Lifestyle)
    आज अधिकतर लोग लंबे समय तक कंप्यूटर या मोबाइल पर काम करते हैं। इससे मोटापा, डायबिटीज़, हाई बीपी जैसी बीमारियाँ जल्दी घर कर लेती हैं। वर्कआउट इस जोखिम को कम करता है।
  2. तनाव और मानसिक स्वास्थ्य
    वर्कआउट करने से एंडोर्फिन (खुशी का हार्मोन) रिलीज़ होता है, जिससे तनाव, डिप्रेशन और चिंता जैसी समस्याओं से राहत मिलती है।
  3. शरीर को एक्टिव और चुस्त रखने के लिए
    नियमित व्यायाम से शरीर की मांसपेशियां मज़बूत होती हैं, हड्डियाँ स्वस्थ रहती हैं और एनर्जी लेवल बना रहता है।

वर्कआउट के  और भी बहुत फायदे हैं  (Benefits of Workout)दिल  को स्वस्थ रखता है 

1. कार्डियो एक्सरसाइज़ से हृदय की कार्यक्षमता बेहतर होती है।

  • ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल लेवल कंट्रोल में रहता है।

2.  वज़न कम करने में मददगार

  • फैट बर्न होता है।
  • मेटाबॉलिज्म तेज़ होता है जिससे शरीर ज्यादा कैलोरी जलाता है।

3.  मानसिक स्वास्थ्य में सुधार

  • डिप्रेशन और एंग्जायटी में राहत।
  • बेहतर नींद आती है।

4.  शारीरिक मजबूती और सहनशक्ति बढ़ती है

  • हड्डियाँ और मांसपेशियां मजबूत बनती हैं।
  • रोज़मर्रा के काम करने में सहूलियत होती है।

5.  बीमारियों से बचाव

  • डायबिटीज़, मोटापा, हाई बीपी, हृदय रोग, आर्थराइटिस जैसी बीमारियों का खतरा कम होता है।

6. पाचन और शरीर की अंदरूनी सफाई

  • डाइजेशन सिस्टम बेहतर होता है।
  • शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं।

  वर्कआउट कब और कितना करें?

  • शुरुआत में रोज़ 30 मिनट की वॉक या हल्का योग पर्याप्त है।
  • सप्ताह में 5 दिन कम से कम 30-45 मिनट का वर्कआउट फायदेमंद होता है।
  • धीरे-धीरे समय और तीव्रता बढ़ाई जा सकती है।

निष्कर्ष:

वर्कआउट कोई विकल्प नहीं बल्कि एक ज़रूरत है। यह सिर्फ बॉडी को फिट रखने के लिए नहीं बल्कि पूरी ज़िंदगी को ऊर्जावान, तनावमुक्त और रोगमुक्त बनाए रखने का आसान उपाय है।

“तंदरुस्ती हजार नियामत है — और उसका रास्ता वर्कआउट से होकर ही जाता है।”