Foods to avoid when pregnant

Foods to avoid when pregnant : प्रेगनेंसी में स्वाद के लिए सेहत से ना करे समझौता

Foods to avoid when pregnant : प्रेगनेंसी के दौरान खाने-पीने में काफी सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है. अक्सर बड़े बुजुर्ग इस दौरान तीखा कम खाने की सलाह भी देते हैं ,पर यह ऐसा समय होता है जब महिलाएं शारीरिक और मानसिक रूप से कई तरह के बदलाव से होकर गुजरती है

मसालेदार खाना खाने से बचें

प्रेगनेंसी में मसालेदार खाना खाने से मां या बच्चे को कोई बहुत ज्यादा खतरा नहीं होता है, लेकिन यह भी ध्यान रखने वाली बात है कि किसी भी चीज की अधिकता अच्छी नहीं होती. अगर आपको बहुत ज्यादा तीखा या गरम मसाला खाने की आदत नहीं है तो अचानक बहुत ज्यादा मात्रा में ऐसा खाना खाने से कई तरह की समस्या भी हो सकती है. रेगुलर बेसिस पर मसालेदार खाना खाने वाली महिलाएं प्रेगनेंसी में भी अपने इस डाइट को बरकरार रख सकती है बशर्ते कम खाए.

स्ट्रीट फूड खाने का हेल्थी तरीका

प्रेगनेंसी के दौरान चटपटे स्ट्रीट फूड खाने का सब का दिल करता है इसमें कोई बुराई नहीं है. दिक्कत तब होती है जब स्ट्रीट फूड सही तरीके से नहीं बना होती है ,प्रेगनेंसी पीरियड में महिलाओं के इम्यून सिस्टम में कई तरह के बदलाव आते हैं ताकि गर्भावस्था शिशु की सुरक्षा सही तरीके से हो सके. इससे प्रेगनेंसी पीरियड में महिलाएं फूड प्वाइजनिंग पैदा करने वाले कीटाणु के प्रति पहले से ज्यादा सेंसिटिव हो जाती है इसलिए बेहतर है कि बाहर की बजाय घर में ही उन्हें अच्छे से पका कर खाए

इन दिनों सही पोषण मिलना जरूरी है

प्रेगनेंसी में महिलाओं में एसिडिटी ,जी मिचलाना जैसी समस्या मसालेदार खाने से और तेजी से बढ़ने लगती है. इससे या तो भूख कम हो जाती है ,या फिर महिलाएं अपने शरीर की जरूरत के मुताबिक आहार नहीं ले पाते इससे उनमें एनीमिया होने की संभावना काफी बढ़ जाती है. पोषण की कमी से डिलीवरी के समय बच्चे का वजन भी सामान्य से कम हो सकता है. डिलीवरी के बाद भी ब्रेस्ट फीडिंग कराने वाली मां को कम से कम 6 हफ्ते तक ज्यादा तीखे मसालेदार खाने से बचना चाहिए.

Thing To Avoid In Pregnancy : प्रेगनेंसी के दौरान इन बातों का खास रखें ध्यान

●अगर प्रेगनेंसी के दौरान आप मसालेदार खाना खाना ही चाहती है तो उस समय कुछ बातों का खास करके रखें ध्यान.

●बाहर के चटपटे और मसालेदार खाने की वजह घर का बना खाना ही खाए यहां आप अपनी सहूलियत के हिसाब से खाने में मसालेदार की मात्रा को कम कर सकती है.

●पैकेजड मसालों के मौजूद इनग्रेडिएंट्स की लिस्ट और उनकी एक्सपायरी डेट जरूर चेक करें

●संभव हो तो पैक्ट मसाले खरीदने की बजाय साबुत मसाले खरीद कर खुद से उनका पाउडर तैयार करें,ताकि मिलावट की कोई गुंजाइश ना रहे

●अगर किसी खास मसाले को खाने से आपको किसी तरह की समस्या हो रही है तो उस दौरान उस मसाले का सेवन करने से बचे उसकी मात्रा को बेहद कम कर दे.

●जितना हो सके सादा पौष्टिक और ताजा पक्का खाना खाए .

ज्यादा मसाले बिगाड़ सकते हैं स्वास्थ्य

बदहजमी प्रेगनेंसी में बदहजमी होना आम बात है खास करके प्रेगनेंसी के आखिरी तिमाही में यह समस्या ज्यादा होती है. ऐसे में ज्यादा मसाला दाल खाना इस समस्या को और भी ज्यादा बढ़ा सकती है.

मॉर्निंग सिकनेस: प्रेगनेंसी में महिलाओं को खास करके सुबह के वक्त जी मिचलाना चक्कर आना भूख ना लगना जैसी परेशानियां होने आम बात है कुछ महिलाओं में ज्यादा मसालेदार खाना खाने के बाद यह प्रॉब्लम और भी ज्यादा बढ़ जाती है.

एसिडिटी: प्रेगनेंसी में पहली तिमाही के बाद अक्सर महिलाओं को पेट में जलन और एसिडिटी जैसी समस्या होने लगती है. ऐसा पेट में बनने वाले एसिड्स की वजह से होती है. ज्यादा मात्रा में मसालेदार खाना खाने से पेट में बनने वाले इस एसिड की मात्रा और बढ़ने लगती है. इसके कारण यह समस्या और बढ़ जाती है. अगर आपको पहले से एसिडिटी की समस्या है तो मसालेदार खाना पूरी तरह से परहेज करें.