पोहा मुख्य तौर पर महाराष्ट्र गुजरात मध्यप्रदेश का मुख्य नाश्ता है मुख्यतः प्याज टमाटर हरी मिर्च नींबू आलू और करी पत्ता में तैयार किया गया पोहा फाइबर से भरपूर होता है पसंद के अनुसार धनिया पत्ती अनार दाने भुंजिया आदि से टॉपिंग करने से इसका जायका और भी बढ़ जाता है हल्का-फुल्का और मजेदार होने की वजह से इसे सुबह के नाश्ते और शाम के स्नैक्स में लिया जाता है पेट इसे धीरे-धीरे बचाता है इस तरह के पाचन क्रिया के कारण खाने से बनने वाली शुगर भी धीरे-धीरे ब्लड स्ट्रीम मैं जाती है जो ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मदद करता है जब हमारे पास इतनी पौष्टिकता से भरपूर नाश्ता हो तो बेकार की चीजें क्यों खाए इसके कई हेल्थ बेनिफिट्स है
खट्टा मीठा पोहा नमकीन बनाने की विधि
हेल्दी कार्बोहाइड्रेट्स: वहां 76.9% कार्बोहाइड्रेट्स और 23% फैट से बना होता है या डाइजेशन में मदद करते हुए ब्लड कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल में रखता है कार्बोहाइड्रेट की कमी सिर दर्द से लेकर थकान का बड़ा कारण होता है
ब्लोटिंग की समस्या में: वहां फाइबर रिच होता है इस वजह से यह पाचन में आसान होने के साथ ही कब्ज की समस्या नहीं होती इसे खाने पर आपको सुबह आमतौर पर होने वाली ब्लोटिंग की समस्या भी परेशान नहीं करेगी
आयरन की पूर्ति: 100 ग्राम पोहा में 20mg आयरन होता है जिन लोगों को आयरन की कमी होती है उन्हें पोहा खाने की सलाह दी जाती है आयरन एनर्जी लेबल बनाए रखने इम्यून सिस्टम को दुरुस्त रखने और बॉडी को सही तापमान बनाए रखने में मदद करता है यह हेल्दी प्रेगनेंसी के लिए भी जरूरी है